Diwali par nibandh 2024 Diwali essay in 150 words, दिवाली पर निबंध 10 लाइन, 300 words essay on diwali in hindi

Diwali Par Nibandh, दिवाली पर निबंध हिंदी में, essay on diwali in hindi 2024: दिवाली हमारे भारत देश का सबसे मुख्य और बड़ा त्यौहार है। हर साल यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से भारत में मनाया जाता है। दिवाली का अर्थ है “दीपों की श्रृंखला”। यह एक ऐसा त्यौहार जिस दिन असंख्य दीपों को जलाकर खुशियां मनाई जाती है। दिवाली के शुभ दिन पर हर घर में भगवान गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। दिवाली त्योहार भारत में 2 दिन मनाया जाता है।

इसके महत्व को देखते हुए, यही कारण है कि इस त्योहार के बारे में सभी स्कूल के छात्राओं को किसी न किसी कक्षा में निबंध लिखने के लिए जरूर दिया जाता है। जिसका कारण है कि हमारे देश के भविष्य की युवा पीढ़ी अपने सांस्कृतिक त्योहारों के महत्व को बचपन से ही समझना शुरू कर दे। इसीलिए आज की इस लेख में हम उन छात्र-छात्राओं के लिए दिवाली पर निबंध कैसे लिखा जाए ? इसके बारे में चर्चा करेंगे…स्कूल के लिए दिवाली पर निबंध लिखने के लिए इस लेख के अंत तक बन रहे… 

Diwali Essay in Hindi 2024

Diwali Essay in Hindi: जैसा कि हम सभी जानते हैं दिवाली मुख्यता हिंदू धर्म के लोगों द्वारा मनाई जाती है। यह हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह पर्व देश के सभी छोटे बड़े परिवारों नागरिकों के द्वारा काफी उत्साह और जोरों शोरों के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल कार्तिक मास के अक्टूबर या नवंबर महीने में मनाया जाता है। दिवाली के दिन पूरे देश में विभिन्न प्रकार के कलरफुल लाइटों और दियो से घर सजाया जाता है।

त्योहार के कुछ दिन पहले लोग अपने घर के साफ सफाई करते हैं और अपने घरों में विभिन्न प्रकार की सजावटें भी करते हैं। हिंदू धर्म के अलावा विभिन्न धर्म में भी इस त्यौहार को अलग-अलग रूप से मनाया जाता है। हर साल सभी लोग इस त्यौहार का बड़ी उत्सुकता के साथ इंतजार करते हैं। यही कारण है कि हर व्यक्ति को दिवाली से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानने के लिए स्कूल में कभी ना कभी दिवाली पर निबंध जरूर लिखना पड़ता है। 

Diwali par hindi me nibandh (School me likhne ke liye Diwali par nibandh) 

Diwali par hindi me nibandh: स्कूल में दिवाली पर निबंध लिखने से पहले हमें दिवाली त्योहार के महत्व को भी समझना चाहिए। यदि बच्चों को किसी त्योहार को मनाने के पीछे का कारण नहीं पता होगा तो उनकी जानकारी अधूरी रह जाएगी। हर त्यौहार को मनाने के पीछे किसी न किसी पौराणिक कथा का योगदान जरूर होता है। दिवाली मनाने का महत्व कुछ इस प्रकार है कि 14 वर्ष के वनवास और रावण का वध करके इसी दिन भगवान श्री राम अपने जन्म भूमि अयोध्या लौटे थे। इसी खुशी में वहां के लोगों ने अपने घरों में घी के दीए जलाए थे और श्री राम जी का स्वागत किया था। तब से हमारे देश में प्रतिवर्ष दिवाली का त्यौहार मनाने की प्रथा शुरू हो गई। यह त्यौहार मुख्य रूप से खुशी मनाने का त्यौहार है। दिवाली के त्यौहार मनाने के लिए सभी लोग कई दिनों पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं। इस दिन कई लोग अपने घरों में रंगोली बनाते हैं और त्यौहार का जश्न मनाने के लिए पटाखे भी फोड़े जाते हैं। 

Diwali par nibandh likhne ka tarika 

Diwali par nibandh likhne ka tarika: अगर किसी को स्कूल में दिवाली पर निबंध लिखने के लिए दिया गया है तो सबसे पहले उसे लिखने के तरीके के बारे में जान लेना चाहिए। हम आपको बता दें कि कभी-कभी स्कूल में शब्द सीमा के अनुसार निबंध लिखने के लिए दिया जाता है तो कभी-कभी गिनी चुनी पंक्तियों के अनुसार लिखने को कहा जाता है। इसीलिए निबंध लिखने का तरीका स्कूल में दिए कार्य के आधार पर तय किया जाएगा। चाहे निबंध शब्द सीमा के अनुसार लिखने को दिया गया हो या फिर पंक्तियों के अनुसार हमें कुछ बातों का मुख्य रूप से ध्यान रखना जरूरी है। 

दिवाली पर निबंध लिखने के लिए जानने योग्य बातें ! (Important Points to Write Diwali Essay) 

दिवाली पर निबंध लिखने के लिए जानने योग्य बातें यह है कि निबंध की शुरुआत सदैव एक प्रस्तावना के साथ की जानी चाहिए। उसे प्रस्तावना में आपको दिवाली का भारत देश में मनाए जाने के पीछे क्या महत्व है क्या कारण है यह लिखना जरूरी है। उसके बाद आप दिवाली मनाए जाने के पीछे पौराणिक कथा का जिक्र भी कर सकते हैं। उसके बाद आपको दिवाली मनाए जाने की विधि और उसकी महत्वपूर्ण बातें लिखना जरूरी है। और निबंध के अंत में एक सुव्यवस्थित निबंध से सबंधित सारांश लिखना ना भूले। यह  आपके निबंध को एक अच्छा अंतिम रूप देने में सहायक होता है। आगे हम आपको दो तरह के निबंध लिखने का एक नमूना समझाने जा रहे हैं…कृपया इसे अंत तक पढ़े…

Diwali par 300 shabdo ka essay (300 words essay on diwali in hindi) 

प्रस्तावना: दिवाली हमारे भारत का सबसे मुख्य त्यौहार है। हर साल यह त्यौहार बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। दिवाली को हम खुशियों का त्यौहार में कहते हैं। यह पूरे 5 दिनों तक चलता है। और दिवाली दो दिन मनाई जाती है। इन 5 दिनों में चलने वाले पर्वों में सबसे बड़ा पर्व दिवाली होता है। दशहरा खत्म होने के बाद ही दिवाली की तैयारी शुरू की कर दी जाती हैं।  

दिवाली की विशेषता: अगर हम दिवाली पर्व की विशेषता की बात करें तो यह विशेष रूप से खुशियों का त्यौहार होता है।  और यह बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार होता है। इस दिन सभी के घरों में बहुत से दीए जलाकर खुशियां मनाई जाती हैं। इस त्यौहार के आने से कुछ दिन पहले से ही लोग इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं। त्योहार के कुछ दिन पहले से ही घर की सफाई साथ सजावट शुरू कर दी जाती है। यही कारण है कि इस साल का सबसे बड़ा त्योहार कहा जाता है। 

दिवाली का महत्व: दिवाली का विशेष महत्व इसके पीछे की पौराणिक कथा के कारण है। ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक मास की अमावस्या के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद और सीता के प्राणों की रक्षा करते हुए रावण का वध करके अपने घर अयोध्या वापस लौटे थे। इसी खुशी में अयोध्या निवासी भगवान श्री राम के स्वागत के लिए सैकड़ो दीपक जलाकर दिवाली का त्योहार मनाए थे। उसी दिन के बाद से भारत देश में हर वर्ष दिवाली का त्यौहार बड़े जोरों शोरों से मनाया जाने लगा। 

सारांश: हमारे देश में दिवाली के दिन सभी लोग एक दूसरे को गले लगा कर इसकी शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन मेहमानों का स्वागत मिठाई और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के साथ किया जाता है। दिवाली वाले दिन सभी एक दूसरे को उपहार और भेंट देते हैं। यह त्योहार सभी को नया जीवन जीने के लिए उत्साह प्रदान करता है। हिंदू धर्म में दिवाली के दिन को हिंदू नव वर्ष भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन के बाद से नए वर्ष की शुरुआत होती है। और लोगों को नए वर्ष में उत्साह के साथ जीवन में आगे बढ़ाने का आशीर्वाद भगवान से इस दिन प्राप्त होता है। 

Diwali par 10 line ka essay (10 lines essay on diwali in hindi) 

  1. दिवाली हिंदुओं के मुख्य त्योहारों में से एक है।
  2. दिवाली का त्योहार भारत की सांस्कृतिक परंपरा का उदाहरण है। 
  3. दिवाली की तैयारी कुछ दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं।
  4. दिवाली के दिन सभी लोग अपने घरों में मिट्टी के दीए में घिया तेल डालकर जलते हैं। 
  5. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन श्री राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे जिस खुशी में वहां के लोगों ने दिवाली का त्यौहार मनाया था। 
  6. दिवाली का त्योहार हर वर्ष कार्तिक मास के अमावस्या वाले दिन होता है। 
  7. दिवाली के दिन सभी लोग शाम के समय गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। 
  8. इस दिन लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से भी सजाते हैं।
  9. दिवाली के दिन पटाखे फुलझड़ी इत्यादि जलाकर अपने उत्साह का प्रदर्शन किया जाता है।।
  10. इस दिन सभी लोग अपने आस पड़ोस और रिश्तेदारों को मिठाइयां बांटते हैं। 

निष्कर्ष 

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हमने अपने इस लेख में आज आपको Diwali par nibandh kaise likhe से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। इस लेख से जुड़ी कोई समस्या या प्रश्न हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद !

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